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गणेश चतुर्थी 2024: घर पर गणपति की पूजा कैसे करें? जानें सरल पूजा विधि, सामग्री और शुभ मुहूर्त

गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2024)

गणेश चतुर्थी त्यौहार हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है, जिसे भगवान श्री गणेश के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना और पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि, और शांति का आगमन होता है। अगर आप भी इस साल घर पर गणपति की पूजा करने की सोच रहे हैं, तो यहां हम आपके लिए लाए हैं सरल पूजा विधि, सामग्री की सूची और शुभ मुहूर्त की जानकारी।

पूजा की सामग्री

गणेश चतुर्थी पर पूजा के लिए निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है:

1. गणपति की मूर्ति: मिट्टी या पर्यावरण-अनुकूल गणपति की मूर्ति लें।
2. आसन: भगवान गणेश के लिए एक स्वच्छ और सुंदर आसन।
3. कलश: तांबे या पीतल का कलश, जिसमें जल, नारियल, और आम के पत्ते रखें।
4. धूप और दीप: धूपबत्ती, अगरबत्ती और घी का दीपक।
5. फूल और माला: लाल या सफेद फूल, विशेष रूप से गेंदे और गुलाब।
6. पंचामृत: दूध, दही, घी, शहद, और शक्कर का मिश्रण।
7. पंच मेवा: सूखे मेवे जैसे बादाम, किशमिश, काजू, और नारियल।
8. मोदक: गणपति के प्रिय भोग, मोदक, लड्डू, या अन्य मिठाइयाँ।
9. रक्षा सूत्र (मौली): लाल रंग का धागा।
10. अक्षत (चावल): पूजा में प्रयोग के लिए चावल।
11. पान का पत्ता और सुपारी: पान का पत्ता और सुपारी।

गणेश चतुर्थी पूजन विधि- (Ganesh Chaturthi Pujan Vidhi)

1. शुद्धिकरण: सबसे पहले, पूजा स्थल को स्वच्छ करें और भगवान गणेश की मूर्ति को एक साफ और सुंदर स्थान पर रखें।

2. आवहन और स्थापना: भगवान गणेश का आवहन करें और उन्हें आसन पर विराजमान करें। उनके सामने जल से भरा कलश स्थापित करें, जिसमें नारियल और आम के पत्ते रखें।

3. स्नान और वस्त्र: गणपति की मूर्ति को पंचामृत और फिर स्वच्छ जल से स्नान कराएं। इसके बाद उन्हें नए वस्त्र पहनाएं और फूलों की माला अर्पित करें।

4. पूजा और आरती: अब भगवान गणेश की विधिवत पूजा करें। सबसे पहले, धूप और दीप जलाएं और गणपति को अर्पित करें। फिर, उन्हें अक्षत, फूल, दूर्वा घास, और मिठाइयाँ अर्पित करें। मोदक और पंच मेवा भी चढ़ाएं।

5. मंत्र जाप: गणेश जी के मंत्रों का जाप करें। “ॐ गण गणपतये नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।

6. आरती: गणेश जी की आरती करें। आरती के बाद सभी परिवारजन गणपति के चरणों में प्रणाम करें।

7. प्रसाद वितरण: अंत में, भगवान गणेश को भोग अर्पित करें और उसके बाद प्रसाद को सभी में वितरित करें।


शुभ मुहूर्त

गणेश चतुर्थी 2024 तारीख और मुहूर्त- (Ganesh Chaturthi Tithi And Muhurat)

इस साल शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 6 सितंबर की दोपहर 3 बजकर 1 मिनट से शुरू होगी और इसका समापन 7 सितंबर की शाम 5 बजकर 37 मिनट पर होगा. वहीं उदया तिथि के अनुसार गणेश चतुर्थी 7 सितंबर शनिवार को मनाई जाएगी

निष्कर्ष

गणेश चतुर्थी के इस पावन पर्व पर घर पर गणपति की पूजा करना न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है, बल्कि इससे घर में सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति भी होती है।

गणपति बप्पा मोरया!

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