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महाकुंभ मेला 2025: दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक उत्सव, पवित्र स्नान, नागा साधुओं की परंपरा और सांस्कृतिक विविधता का अनूठा संगम

महाकुंभ मेला हर 12 वर्षों में आयोजित होने वाला दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक आयोजन है। 2025 में यह प्रयागराज में आयोजित होगा, जो गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम स्थल पर होता है।

महाकुंभ मेला 2025 की महत्वपूर्ण तिथियां और अवसर

पवित्र स्नान की शुभ तिथियां (Pavitra Snan Dates):

  1. मकर संक्रांति (14 जनवरी 2025): महाकुंभ मेले का पहला प्रमुख स्नान। यह दिन शुभता और नई शुरुआत का प्रतीक है।
  2. पौष पूर्णिमा (13 जनवरी 2025): यह स्नान श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण है और आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है।
  3. मौनी अमावस्या (29 जनवरी 2025): महाकुंभ का सबसे बड़ा स्नान दिवस। इस दिन संगम पर लाखों श्रद्धालु इकट्ठा होते हैं।
  4. बसंत पंचमी (02 फरवरी 2025): ज्ञान और उल्लास का पर्व। इस दिन स्नान का विशेष महत्व है।
  5. माघी पूर्णिमा (12 फरवरी 2025): पूर्णिमा का दिन धार्मिक अनुष्ठानों और स्नान के लिए महत्वपूर्ण होता है।
  6. महाशिवरात्रि (26 फरवरी 2025): महाकुंभ मेला का समापन स्नान। यह भगवान शिव को समर्पित है।

इतिहास और पौराणिक पृष्ठभूमि

महाकुंभ मेला 2025 की प्रमुख विशेषताएं

पवित्र स्नान (Pavitra Snan):

नागा साधुओं का प्रदर्शन:

सांस्कृतिक विविधता:

धार्मिक अनुष्ठान और समारोह:



निष्कर्ष

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